The Basic Principles Of malkin ki malish

बातचीत करें: मसाज के समय बाते करना जरूरी है कोई जरूरी नहीं है की जो आपको सही लगे वो किसी और को भी सही लगे, इसलिए यह जरूरी है की आप उनसे पूछे की उन्हें कैसे लग रहा है और सच में उनके जवाब को ध्यान में रखते हुए काम करें।

मालिश के बाद शिशु अच्छी नींद ले पाते हैं। नींद लेने के दौरान मांसपेशियां तेजी से विकसित होने लगती हैं, जिससे बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार आता है। सोने से पहले शिशुओं की मालिश करने से उनके शरीर अधिक मात्रा में मेलाटोनिन उत्पन्न होता है, मेलाटोनिन को नींद को नियंत्रित करने more info वाला हार्मोन माना जाता है।

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मसाज के दौरान अपना फ़ोन यूज़ न करें। फ़ोन की लाइट, म्यूजिक और उसमें आने वाले नोटिफिकेशन से आपका और आपके क्लाइंट का ध्यान भटक सकता है।

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ध्यान रखें कि, मालिश के शुरुआती दौर में आपका बच्चा असहज महसूस कर सकता है, क्योंकि यह उसके लिए एक नया अनुभव होता है। लेकिन जब आप बार-बार मालिश करती हैं तो वह इससे परेशान होने के बजाय आनंद लेने लगता है।

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शिशु के पैरों की मालिश के बाद आपको उसके हाथों की मालिश करनी चाहिए। हाथों की मालिश का तरीका भी काफी हद तक पैरों की मालिश की तरह ही होता है। इसकी शुरुआत में आप बच्चे के हाथों को पकड़े और उसकी हेथलियों पर हल्के से हाथ को फेरें। इसके बाद धीरे-धीरे बच्चे की हथेलियों से उसकी उंगली के पोरों तक मालिश करें। (और पढ़ें - बॉडी मास इंडेक्‍स क्‍या है)

मालिश से शिशु न केवल स्‍वस्‍थ रहता है बल्कि इससे उसे दुलार का भी एहसास होता है। जानिए बच्‍चे की मालिश कैसे करते हैं।

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आप अपनी उंगुलियों की सहायता से बच्चे के माथे के बीच से बाहर की ओर मालिश कर सकती हैं।

मां बनने के बाद कई महिलाएं अपने बच्चे की मसाज करना चाहती हैं, लेकिन मसाज का सही तरीका मालूम न होने के कारण महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है। आपकी इसी परेशानी को देखते हुए, इस लेख में नवजात शिशु की मालिश के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है। साथ ही आपको नवजात शिशु की मालिश क्या है, नवजात शिशु की मालिश कब शुरू करें और कितनी बार करें, नवजात शिशु की मालिश के फायदे, नवजात शिशु की मसाज करने का सही समय, शिशु की मालिश कैसे करें, बच्चे की मालिश के लिए टिप्स व नवजात शिशु की मालिश कब तक करनी चाहिए, आदि बातों के बारे में भी बताया जा रहा है।

क्योंकि तेल बहुत चिकना होता है, आपका बच्चा आपके हाथ से फिसल सकता है। इसलिए उसे एक चटाई या एक नर्म तौलिये पर मालिश के लिए बैठाएं। 

नवजात शिशु की मालिश कब शुरू करें और कितनी बार करें

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